जयपुर। प्रशासनिक सुधार एवं समन्वयक विभाग की ओर से इस माह सरकारी दफ्तरों में औचक निरीक्षण के लिए अभियान शुरू किया है। विभाग ने जयपुर में स्थित कार्यालयों में औचक निरीक्षण के लिए दस टीमें बनाई है, जिनको विभागवार जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।
संयुक्त सचिव अरुण प्रकाश शर्मा, अनुभागाधिकारी कैलाश मीणा और सहायक अनुभागाधिकारी मनीष चौधरी की टीम को सूचना एवं जनसंपर्क, महिला एवं बाल विकास, सहकारिता और कौशल नियोजन एवं उद्यमिता विभाग जिम्मेदारी दी गई है। इसी प्रकार उप सचिव अशोक कुमार शर्मा, सहायक सचिव ओमप्रकाश कुमावत और सहायक अनुभागाधिकारी कैलाश मीणा को देवस्थान, उच्च शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा, सहायक सचिव नरेन्द्र कोली, सहायक अनुभागाधिकारी रवीन्द्र सिंह एवं क्लर्क ग्रेड प्रथम रोशन मीणा को जनजाति क्षेत्रीय विकास, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा, ग्रामीण विकास और पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
इसी तरह उप सचिव रमेशचंद परेवा, सहायक अनुभागाधिकारी दयाराम गुर्जर और चैनाराम बदाला को गृह, परिवहन, उद्योग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, राजस्व, कार्मिक और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, सहायक सचिव शिवजी राम जाट, अनुभागाधिकारी महेन्द्र कुमार सरावता और सहायक अनुभागाधिकारी सुभाष चंद सैनी को वन, नगरीय विकास एवं आवासन, कला, साहित्य एवं पुरात्तव, चिकित्सा शिक्षा, जल संसाधन, स्थानीय निकाय, विधि एवं विधिक कार्य विभाग, उप सचिव मेघरात पंवार, सहायक सचिव संजय कुमार गुप्ता एवं अनुभागाधिकारी शंकरलाल मीणा को प्रारंभिक शिक्षा, सामान्य प्रशासन, स्कूल शिक्षा और कृषि विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
इसी प्रकार विभाग के उप सचिव सूर्य बहादुर वर्मा, क्लर्क ग्रेड प्रथम हेतराम गुर्जर और अजय सिंह को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सार्वजनिक निर्माण, पशुपालन और गोपालन विभाग, उप सचिव उमा रानी, अनुभागाधिकारी पुष्करराज और जीतु पारीक को भू-जल, खान एवं पेट्रोलियम, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोकाता मामलात विभाग, उपसचिव कानाराम मीणा, सहायक अनुभागाधिकारी उमेश तनेजा, क्लर्क ग्रेड प्रथम रामफूल मीणा को ऊर्जा, श्रम एवं नियोजन तथा पीएचईडी तथा उप सचिव सुदेश पारीक, भूपेन्द्र कुमार गंभीर, सहायक अनुभागाधिकारी सुभाष कुमावत और विजेन्द्र सिंह शेखावत को पंचायती राज, संसदीय कार्य, उद्यानिकी और सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग का जिम्मा दिया गया है।
टीमों को सुबह साढ़े आठ बजे एकत्रित किया जाता है। उसके बाद उन्होंने बताया जाता है कि अभी कौन-कौन दफ्तरों का औचिक निरीक्षण करना है। उसके बाद नौ बजे सभी टीमों को रवाना किया जाता है। टीमें साढ़े नौ बजे अपने गंतव्य पर पहुंच जाती है और एक घण्टे तक रहती है। विभाग के दल ने बुधवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान 38 फीसदी अधिकारी और 22 फीसदी कर्मचारी गैर हाजिर मिले।