दौसा। भाजपा दौसा की लोकसभा सीट क्या हारी, इसी चर्चा में मानो अलादीन के चिराग से जिन बाहर आ गया हो। ऐसा ही कुछ इन दोनों दौसा भाजपा में चल रहा है। इसके चलते भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अमर सिंह कसाना ने दौसा लोकसभा चुनाव हारने का ठीकरा भाजपा जिला अध्यक्ष सहित तमाम कार्यकारिणी पर फोड़ा दिया। आरोपों की झड़ी भाजपा जिला अध्यक्ष प्रभु दयाल शर्मा के इर्द-गिर्द घूमने लगी है।
भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष अमर सिंह कसाना ने एक बार फिर प्रभु दयाल शर्मा पर 15 लाख रुपये लेने का आरोप लगाते हुए एक और नए विवाद को जन्म दे दिया है। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अमर सिंह कसाना की माने तो विधानसभा चुनाव के दौरान दौसा भाजपा जिला अध्यक्ष प्रभु दयाल शर्मा ने सिकराय विधानसभा से भाजपा का टिकट चाहने वाले उम्मीदवारों को टिकट दिलाने की एवज में एक-एक लाख रुपये मांगे गए। जिन लोगों से टिकट के लिए पैसे लेने का आरोप है, उन 15 लोगों को टिकट भी नहीं मिला और न ही पैसे लौटया गया।
इसी बीच भाजपा जिला अध्यक्ष प्रभु दयाल शर्मा एक और नए विवाद में बुरे फंसे हुए नजर आ रहे। अब अलादीन के चिराग से एक और नया जिन बाहर आ गया हो। इस सारे मामले पर भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व में समय रहते ध्यान नहीं दिया तो भाजपा का दौसा विधानसभा से उपचुनाव में विधायक बनाने का सपना चकनाचूर हो सकता है।
जिला अध्यक्ष प्रभु दयाल शर्मा कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आ रहे हैं। आने वाले समय में दौसा सहित राजस्थान भर में विधानसभा के उपचुनाव की तारीख कभी भी आ सकती है। भाजपा की ये खींचतान एक बार फिर दौसा सीट भाजपा के हाथों से फिसलती सकती है। फिर उसकी भी जिम्मेदारी तय करनी होगी।