नई दिल्ली। सीबीएसई की कक्षा 10वीं और 12वीं की साल में दो बार बोर्ड परीक्षा कराने की योजना पर सहमति बन गई है। समूचे सिलेबस की यह परीक्षा जनवरी और अप्रैल में हुआ करेगी। केंद्र अगले सत्र 2025-26 से सीबीएसई में नया पैटर्न लागू करने की तैयारी में है। नए पैटर्न की पहली बोर्ड परीक्षा जनवरी 2026 और इसी सत्र की दूसरी परीक्षा अप्रैल 2026 में होगी। छात्रों के पास दोनों परीक्षा में शामिल होने का विकल्प होगा। छात्र चाहें तो दोनों या किसी एक परीक्षा में सुविधानुसार बैठ सकेंगे। दोनों परीक्षा देने वाले छात्र बेहतर प्रदर्शन के रिजल्ट का इस्तेमाल कर सकेंगे। मंत्रालय के स्कूली शिक्षा विभाग ने इस पर देशभर के 10 हजार से अधिक स्कूल प्रिंसिपल के साथ ऑनलाइन और फिजिकल मीटिंग में राय ली है।
सरकार ने सीबीएसई स्कूलों के प्रिंसिपल्स से अपने-अपने विचार लिखित रूप से जमा कराने को कहा था। वहीं सरकार ने तीन विकल्प भी दिए थे। जिसमें एक विकल्प यह भी था कि जैसे जेईई मेंस के लिए जनवरी और अप्रैल में दो बार परीक्षाएं ली जाती हैं, उसी तरह समूचे सिलेबस की बोर्ड परीक्षाएं भी एक बार जनवरी तो दूसरी बार अप्रैल में आयोजित हों। अधिकांश प्रिंसिपल इस विकल्प पर सहमत हैं। सेमेस्टर सिस्टम को ज्यादातर प्रिंसिपल ने खारिज कर दिया। जुलाई में दूसरे विकल्प की परीक्षा पर उनका तर्क था कि इससे छात्रों को साल बचाने या उच्च शिक्षा के लिए दाखिले में मदद नहीं मिलेगी। प्रिंसिपल्स से अपने विचार लिखित में जमा करने के लिए कहा गया है।
2025-26 में बोर्ड परीक्षाएं पुराने सिलेबस-किताबों पर होंगी
नए सिलेबस पर कक्षा-10 और 12वीं की किताबें आने में 2 साल लगेंगे, क्योंकि 8, 10 और 12 की किताबें 2026-27 के सत्र में ही उपलब्ध हो सकेंगी।
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